Debate Competition on Artificial Intelligence: क्षेत्रीय स्कूलों के छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पक्ष-विपक्ष में दीं दमदार दलीलें
Debate Competition on Artificial Intelligence: दिनांक 10 मई 2025 को मदर टेरेसा उच्च विद्यालय वरिष्ठ इकाई, सिंदरी में Debate Competition on Artificial Intelligence का आयोजन हुआ। इस शैक्षणिक एवं बौद्धिक कार्यक्रम में मदर टेरेसा विद्यालय के साथ-साथ SSVM बलियापुर, LPS नीमटांड, और Rose Merry School कुसमाटांड के छात्रों ने भी भाग लिया।
विद्यार्थियों ने दी AI पर गंभीर और सशक्त दलीलें
विषय था – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: वरदान या चुनौती? जिसमें छात्रों ने पक्ष और विपक्ष दोनों में अपने-अपने विचार बड़ी तर्कशीलता और आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत किए। उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों, शिक्षकों और अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरव
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि BIT सिंदरी के आईटी विभाग से प्रोफेसर डॉ. राजीव रंजन थे, जबकि विशिष्ट अतिथि जन अधिकार मंच सिंदरी के श्री रंजीत कुमार सिंह उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने छात्रों की तार्किक समझ और विचारशीलता की सराहना करते हुए कहा कि “यही युवा पीढ़ी भारत का भविष्य है।” विशिष्ट अतिथि ने मशीनों की कार्यक्षमता और मानवीय संवेदनाओं के अंतर को प्रभावशाली तरीके से समझाया।
विजेता प्रतिभागियों ने बटोरे प्रशंसा और पुरस्कार
इस Debate Competition on Artificial Intelligence में लक्ष्मी ग्रुप की सोनम चोपड़ा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। रोहित और अभी (SSVM बलियापुर) को क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सुंदर संचालन और सुचारु आयोजन ने बनाया कार्यक्रम को सफल
कार्यक्रम का संचालन श्रेया कुमारी और खुशनुमा परवीन ने किया, जबकि सम्पूर्ण कार्यक्रम उत्तम गोराई के निर्देशन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की मीडिया कवरेज G7 News 24 द्वारा की गई। आयोजन को सफल बनाने में प्रधानाध्यापक श्री राधेश्याम प्रसाद, उमेश कुमार सिन्हा, अरुण प्रसाद, और रूपक ठाकुर जैसे शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।
निष्कर्ष
Debate Competition on Artificial Intelligence ने छात्रों में पैदा की तकनीकी सोच और तर्क शक्ति
यह Debate Competition on Artificial Intelligence केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के भीतर छिपी वैज्ञानिक सोच, विश्लेषणात्मक क्षमता और अभिव्यक्ति के आत्मविश्वास को मंच देने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। AI जैसे समकालीन विषय पर विचार-विमर्श ने उन्हें भविष्य की तकनीक को समझने और अपने दृष्टिकोण को विकसित करने की दिशा में प्रेरित किया। इस आयोजन ने निश्चित रूप से शिक्षा जगत में बौद्धिक विकास की एक नई पहल प्रस्तुत की है।