Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप बने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति
Donald Trump: भारतीय समयानुसार, सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट्स ने बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ दिलाई। इस अवसर पर ट्रंप ने कहा, “मैं अमेरिकी संविधान की हिफाजत करूंगा।”
शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत उपराष्ट्रपति जेडी वेंस द्वारा शपथ लेने से हुई। शपथ ग्रहण से पहले ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ सेंट जॉन चर्च पहुंचे और प्रार्थना की।
40 साल बाद कैपिटल हिल के अंदर हुआ समारोह
इस बार का शपथ ग्रहण समारोह अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन डीसी की कड़ाके की ठंड को ध्यान में रखते हुए कैपिटल हिल के अंदर आयोजित किया गया। -5 डिग्री सेल्सियस तापमान के कारण यह निर्णय लिया गया। इससे पहले, 1985 में रोनाल्ड रीगन ने भी कैपिटल हिल के अंदर शपथ ली थी। सामान्यतः यह समारोह खुले मैदान नेशनल मॉल में होता है।
वैश्विक नेताओं की मौजूदगी
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता शामिल हुए। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रतिनिधित्व किया। समारोह में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित कई देशों के प्रमुख उपस्थित रहे।
कमला हैरिस को हराकर जीता चुनाव
डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस को हराया था। इस जीत के बाद उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दोबारा संभाली।
वैश्विक नेताओं की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,
“मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई! मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूं। आने वाले सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।”
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस-यूक्रेन और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर चर्चा के लिए ट्रंप के साथ बातचीत की इच्छा जताई।
दूसरी बार अमेरिका के शीर्ष पद पर
डोनाल्ड ट्रंप 2017 के बाद दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं। यह अवसर अमेरिका और दुनिया के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है। ट्रंप की यह दूसरी पारी वैश्विक मुद्दों के समाधान और अमेरिका की आर्थिक स्थिति को और मजबूत करने के प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।