KATRAS | धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन फिर से पटरी पर दौड़ने वाली है। रेलवे बोर्ड दुर्गापूजा से पहले धनबाद और कतरास के लोगों को यह उपहार देने की तैयारी में जुट गयी है। रेलवे बोर्ड की पहल पर पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर मुख्यालय ने धनबाद डिवीजन से डीसी पैसेंजर के चलाने के संबंध में पूछा था। धनबाद डिवीजन ने इस ट्रेन को चलाने पर हामी भर दी है। डीसी पैसेंजर के संभावित टाइम-टेबल भी तैयार किया गया है। जल्द इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
दुर्भाग्य है कि रेलवे बोर्ड के आदेश पर 15 जून 2017 को अग्नि प्रभावित क्षेत्र बताकर धनबाद-चंद्रपुरा रेलखंड पर एक साथ 26 जोड़ी ट्रेन को एकबारगी बंद कर दिया गया था। 20 महीनों बाद 15 फरवरी 2019 को फिर से डीसी लाइन को चालू किया गया। धीरे-धीरे इस लाइन की दो ट्रेनों को छोड़ सभी ट्रेनें पटरी पर लौट आईं, लेकिन सबसे लोकप्रिय ट्रेन और यहाँ के गरीब गुरबों के बीच काफी लोकप्रिय डीसी पैसेंजर की याद रेलवे को नहीं आई। कतरास के लोग छह साल चार महीने से इस ट्रेन के चलने की बाट जोह रहे हैं। रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद भी इस ट्रेन को पटरी पर नहीं उतारा जा सका है। मुख्यालय को सहमति देने के साथ धनबाद डिवीजन पैसेंजर ट्रेन के लिए बोगी तैयार कर रहा है। लोकसभा चुनाव से पूर्व इस बहुप्रतीक्षित मांग पर मुहर की पूरी उम्मीद है। सिर्फ मुख्यालय की घोषणा का इंतजार है।
नौ स्टेशनों पर रुकेगी डीसी पैसेंजर
धनबाद से चंद्रपुरा के बीच ट्रेन नौ स्टेशन या हॉल्ट पर रुकेगी। जो प्रस्ताव तैयार हुआ है, उसके अनुसार धनबाद से ट्रेन सुबह 7.30 बजे खुलेगी। ट्रेन सुबह 7.42 बजे कुसुंडा, सुबह 7.50 बजे बसेरिया हॉल्ट, सुबह 7.57 बजे बांसजोड़ा, सुबह 8.07 बजे सिजुआ, सुबह 8.28 बजे कतरास, सुबह 8.37 बजे सोनारडीह, सुबह 8.49 बजे फुलवारटांड़, सुबह 9.00 बजे जमुनियाटांड़ हॉल्ट और सुबह 9.16 बजे देव नगर हॉल्ट रुकते हुए सुबह 9.30 बजे चंद्रपुरा पहुंचेगी। अंगारपथरा, तेतुलिया, जमुनिया, बुदौरा और टुंडू में ट्रेन नहीं रुकेगी। वापसी में ट्रेन दोपहर 2.20 बजे चंद्रपुरा से खुलेगी और दोपहर 3.16 बजे कतरास और शाम 4.10 बजे धनबाद पहुंच जाएगी।
कतरास का पूरा होगा सपना
डीसी पैसेंजर चलते ही कतरासवासियों का सपना पूरा हो जाएगा। हर दिन कतरास से व्यवसाय, शिक्षा और नौकरी-पेशा वाले हजारों कामकाजी, छात्र-छात्राएं व अन्य धनबाद आते हैं। ट्रेन चलने से सभी वर्गों को फायदा होगा। हालांकि ट्रेन सुबह चंद्रपुरा और शाम में धनबाद से चलती तो यात्रियों को ज्यादा सुविधा हो सकती थी। ट्रेन के टाइम टेबल पर अभी माथापच्ची जारी है। यहाँ की लाइफ़ लाइन कही जाने वाली इस ट्रेन के खुलने की सुगबुगाहट मात्र से ही लोगों के चेहरे खिल उठे हैं और इसका श्रेय लेने के लिए कभी से ही कतरास के रेल आंदोलनकारियों एवं राजनीतिक दलों के बीच होड़ मचने की तैयारी होने लगी है।