Katras News: मां विपत्तारिनी पूजा को लेकर सिनेमा रोड स्थित मां दक्षिणेश्वर काली मंदिर प्रांगण में पूजन के लिए महिलाओं के काफी भीड़ जुटी थी. बताते चले की रथ यात्रा के बाद पहले मंगलवार एवं शनिवार को विपत्तारिनी पूजा मनाया जाता है. देवी दुर्गा के 108 अवतारों में से एक विपदा हरने वाली मां को बंगाली व बंगलाभाषी समुदाय की महिलाएं 13 प्रकार के फल-फूल, मिष्ठान व पकवान का भोग चढ़ा कर पूजा अर्चना करते हैं.
पूजा को लेकर उत्साहित महिलाएं माता की पूजा अर्चना कर परिवार के सभी सदस्यों को संकट हरण की प्रार्थना की। माता को पुष्पांजली अर्पित कर महिलाएं 13 घास की 13 लाल गांठ वाली लाल धागा कलाई में बांधती हैं.परिवार के सभी सदस्यों को रक्षा सूत्र बांधने के बाद जल ग्रहण किया जाता हैं. मंदिरों में पुजारी द्वारा मां विपदतारिणी की व्रत कथा भी सुनाई गई। जिसे सुन महिलाएं मां के आराधना में लीन रही।
मान्यता है कि जो लोग व्रत का पालन करते हैं उन्हें देवी बिपदतारिणी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पंडित प्रद्युत गोस्वामी ऊर्फ लालू दा ने महिलाओं को पूजा अर्चना के कथा सुनाई। वही पुजारी सपन चटर्जी ने पूरे विधि विधान से पूजन कराया. मंदिर में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो जिसको लेकर काली मंदिर कमेटी के सदस्य पूरे मुस्तेदी से लगे हुए थे.