Mahuda News: धनबाद जिले के महुदा अंतर्गत भाटडीह ओपी क्षेत्र में होली के दिन शव जलाने को लेकर उपजा विवाद इतना बढ़ गया कि प्रशासन को धारा 144 लागू करनी पड़ी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फ्लैग मार्च करना पड़ा और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।
शव जलाने पर दो पक्षों में झड़प, स्थिति तनावपूर्ण
दामोदर नदी के तट पर शव जलाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद खड़ा हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों के बीच मारपीट और लाठी-डंडे चलने लगे। घटना के बाद प्रशासन ने भाटडीह तेतुलिया धोड़ा और कुमारडीह गांव में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी, जिससे किसी भी तरह की भीड़ इकट्ठा होने से रोका जा सके।
कैसे भड़का विवाद?
शुक्रवार दोपहर कुमारडीह गांव की एक बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार दामोदर नदी के भाटडीह घाट के पास किया जा रहा था। उसी दौरान कुछ महिलाएं स्नान करने वहां पहुंचीं और उन्होंने शव जलाने पर आपत्ति जताई। इस पर विवाद शुरू हो गया, और जब महिलाओं ने अपने परिवार के लोगों को इस घटना की सूचना दी, तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते माहौल हिंसक झड़प में बदल गया।
नदी तट बना रणक्षेत्र
एक ओर महिला का शव जलाया जा रहा था और दूसरी ओर दोनों पक्षों में लाठी-डंडों से मारपीट हो रही थी। माहौल इतना गर्म हो गया कि पुलिस को भारी संख्या में बल तैनात करना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए समझाइश दी और दोनों पक्षों को शांत कराया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, धारा 144 लागू
शनिवार सुबह एक पक्ष द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस ने समय रहते हालात काबू में कर लिए। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भाटडीह ओपी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई। इसके तहत किसी भी स्थान पर भीड़ जुटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
फ्लैग मार्च और सुरक्षा के सख्त निर्देश
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई शांति भंग करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।