भारत-पैराग्वे रिश्तों में आई नई ऊर्जा, द्विपक्षीय वार्ता में निवेश और सहयोग को मिली प्राथमिकता
Paraguay President India Visit: पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पेलासियोस इस समय तीन दिवसीय भारत यात्रा पर हैं, जिसका उद्देश्य भारत और लैटिन अमेरिकी देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करना है। यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति पेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की, जहां दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई।
पीएम मोदी ने कहा – यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों में मजबूती का प्रतीक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पेना का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि यह यात्रा भारत-पैराग्वे के रिश्तों में “विश्वास, सहयोग और साझेदारी” को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत और लैटिन अमेरिका मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर सकते हैं। पीएम मोदी ने हाल ही में हुए कैरिकॉम (CARICOM) शिखर सम्मेलन का भी संदर्भ दिया।
महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, विदेश मंत्री से भी की मुलाकात
राष्ट्रपति पेना ने अपनी भारत यात्रा की शुरुआत विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के साथ की। इसके बाद वे राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह एक प्रतीकात्मक इशारा था, जो भारत के मूल्यों और विरासत के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
पालम एयरबेस पर हुआ स्वागत, गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया
राष्ट्रपति पेना का विमान सोमवार को पालम एयरबेस पर लैंड हुआ, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। यह पराग्वे के किसी राष्ट्राध्यक्ष की दूसरी भारत यात्रा है, जो दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने का कार्य करेगी।
मुंबई में होगा स्टार्टअप्स और बिजनेस लीडर्स से संवाद
यात्रा के अंतिम दिन, 4 जून को राष्ट्रपति पेना मुंबई का दौरा करेंगे। यहां वे भारतीय स्टार्टअप्स, निवेशकों, इनोवेटर्स और टेक्नोलॉजी लीडर्स से मुलाकात करेंगे। इस बातचीत का उद्देश्य भारत और पराग्वे के बीच आर्थिक सहयोग को और सशक्त बनाना और व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देना है।
निष्कर्ष
Paraguay President India Visit पराग्वे और भारत के बीच रणनीतिक सहयोग की एक नई शुरुआत है। यह यात्रा न केवल कूटनीतिक संबंधों को मजबूती दे रही है, बल्कि व्यापार, तकनीक और निवेश जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों के लिए नए द्वार खोल रही है। आने वाले समय में इस यात्रा के परिणामस्वरूप द्विपक्षीय संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे।