Forced Land Acquisition in Asanbani | CPM Opposes SAIL-Tasra Project | Farmers’ Rights in Jharkhand
Tisra Project Land Acquisition Protest: धनबाद जिले के सिंदरी अनुमंडल अंतर्गत आसनबनी मौजा में भूमि अधिग्रहण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सीपीएम व किसान सभा ने इस जबरन अधिग्रहण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सीपीएम ने जताया विरोध, प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
3 जुलाई को सीपीएम सिंदरी-बलियापुर लोकल कमिटी के सचिव और किसान नेता संतोष कुमार महतो ने एक बयान जारी कर कहा कि तासरा कोल परियोजना और सेल प्रबंधन द्वारा जबरन भूमि अधिग्रहण की कोशिश किसान विरोधी और अलोकतांत्रिक है। उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि किसान अपनी उपजाऊ जमीन देना नहीं चाहते, तो प्रशासन को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
उपायुक्त के वादे के विपरीत कार्यवाही
उन्होंने याद दिलाया कि कुछ समय पहले धनबाद विधायक मथुरा प्रसाद महतो और ग्रामीणों की उपायुक्त से मुलाकात हुई थी, जिसमें स्पष्ट कहा गया था कि अगर ग्रामीण सहमत नहीं होंगे तो भूमि अधिग्रहण नहीं होगा। लेकिन अब उसी प्रशासन की सहायता से तासरा परियोजना के पदाधिकारी जबरन जमीन पर कब्जा करने पहुंचे, यह सरासर वादा खिलाफी है।
किसान सभा का ऐलान, अन्याय का करेंगे विरोध
सीपीएम नेता संतोष महतो ने कहा कि खेतिहर ज़मीन को जबरन छीनने की कोई भी कोशिश न केवल अवैध है, बल्कि यह किसानों के जीविकोपार्जन पर सीधा हमला है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इस तरह की कार्रवाई को बढ़ावा दिया, तो किसान और न्यायप्रिय जनता सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन को तेज करेंगे।
📌 निष्कर्ष
झारखंड के तासरा क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर फिर एक बार किसान और कॉर्पोरेट हितों के बीच टकराव की स्थिति बनती नजर आ रही है। प्रशासन की भूमिका पर उठते सवालों और किसानों के आक्रोश को देखते हुए इस मुद्दे पर सरकार को तुरंत हस्तक्षेप कर स्पष्ट नीति अपनाने की जरूरत है, ताकि विवाद की स्थिति न बने।