झारखंड में अबुआ राज नहीं, बबुआ राज; कमिटी में जगह नहीं देना खोरठा भाषियों का अपमान-विनय तिवारी
विनय तिवारी का आरोप है कि झारखंड में हमेशा ही झारखंडियों की उपेक्षा होती रही है। चाहे फिल्म कमिटी में जगह न मिलना हो या फिर अन्य क्षेत्र की बात हो। जब कभी भी झारखंडियों के हक अधिकार की बात आती है, तो उनके साथ छल होता है।फिर एक बार झारखंडी कलाकारों के साथ ठगी हुई है।