
JHARIA | जामाडोबा जल संयंत्र से झरिया जलमीनार जाने वाली 30 इंच की मुख्य जलापूर्ति पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने से सोमवार को झरिया शहर व इसके आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हुई। कोयलांचल के लगभग चार लाख लोगों को पानी नहीं मिलने से हाहाकार मचा है। झमाडा प्रबंधन की लापरवाही से झरिया वासियों में काफी आक्रोश है। वहीं कनीय अभियंता आशुतोष राणा का कहना है कि जलापूर्ति पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने से झरिया में पानी की आपूर्ति बाधित रही। झमाडा के कर्मी और असंगठित मजदूर जलापूर्ति पाइप की मरम्मत में जुटे हैं। मंगलवार को जलापूर्ति सामान्य हो जाएगी । मरम्मत का कार्य कर रहे झमाडा व अन्य कर्मियों का कहना है कि 30 इंच की झरिया जलापूर्ति पाइप के जॉइंट से शीशा निकल गया है। इसके बाद पानी बहने लगा। पानी झरिया जलमीनार तक नहीं जा सका। इस कारण समस्या हुई। कनीय अभियंता आशुतोष राणा की देखरेख में मरम्मत कार्य किया जा रहा है। सामान्य जलापूर्ति मंगलवार की सुबह से हो जाएगी । इसके बाद झरिया वासियों को पानी की सप्लाई की जा सकती है। झरिया में जल संकट से लाखों लोग काफी परेशान हैं। झमाडा की ओर से जामाडोबा जल संयंत्र की सही से देखभाल नहीं होने के कारण ही ऐसा होता है। परेशानी झरिया के लाखों लोगों को होती है। इससे लोगों में आक्रोश है। वहीं जामाडोबा जल संयंत्र के कनीय अभियंता का कहना है कि सोमवार को झरिया जलमीनार की मुख्य जलापूर्ति पाइप में लीकेज की मरम्मत में जुटे हुए हैं। स्थाई समाधान के लिए पूरी तरह जलापूर्ति पाइप के जॉइंट के पास शीशा से पेकिंग की जा रही है। मंगलवार से झरिया में पेयजल की आपूर्ति सामान्य हो जाएगी ।

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