कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में रेल पुलिस रहे तैनात
KATRAS | भारत सरकार के PMO ऑफिस ने डीसी रेल लाईन को आग से खतरा का हवाला देते हुए 15 जून 2017 को धनबाद-चंद्रपुरा रेल खंड को हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दिया था। जिसके विरोध में 20 महिना 10 दिन तक चले अनिश्चितकालिन अहिंसात्मक आंदोलन के बाद डीसी लाईन पुनः चालू हो गया। जिसके बाद से रेल आंदोलनकारी आंदोलन को प्रति वर्ष 15 जून रेल बंदी के दिन को याद कर डीसी लाईन की सलामती और उन्नति का कामना करते है। रेल बंदी तिथि पर विजयी दिवस मनाते है। जिसके तहत डीसी लाईन के रेल आंदोलनकारी गुरुवार को कतरासगढ स्टेशन पर पहुंचकर पूर्व में किये गये डीसी लाईन बंदी और आंदोलन के उपरांत डीसी लाईन चालू होने की खुशी में विजयी दिवस मनाते हुए आंदोलन की याद को ताजा किया। साथ ही बालासोर रेल दुर्घटना में मरे रेल यात्रियों और कतरासगढ के दिवंगत रेल आंदोलनकारियों के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिये। रेल आंदोलनकारी राजेंद्र प्रसाद राजा ने पूर्व मध्य रेल जोन के महाप्रबंधक एवं धनबाद रेल डीआरएम से धनबाद-चंद्रपुरारेल लाईन का चिर-परिचित डीसी सवारी गाड़ी पुनः चलाने की मांग की। साथ ही डीसी लाईन पर पूर्व की भांति 26 जोड़ी ट्रेन चलाने व कतरासगढ़ स्टेशन पर ठहराव की मांग संबंधित पत्र धनबाद रेल डीआरएम को सौपने का निर्णय लिया गया। अशोल लाल ने कहां डीसी ट्रेन सहित इस मार्ग से गुजरने वाली सभी ट्रेनों का ठहराव हो और रेलवे कतरासगढ स्टेशन के विकास पर भी ध्यान दे। ताकि रेल यात्रियों को सुविधा हो। मौके पर रेल आंदोलनकारी राजेंद्र प्रसाद राजा, निमाई मुखर्जी, अशोल लाल, उमेश ॠषि, मो. एस खान, उदय प्रसाद वर्मा, नरेश दास, सचिता सिंह, परवेज इक़बाल, मो. मुख्तार अंसारी आदि मौजूद थे।
आंदोलन को लेकर कतरासगढ स्टेशन पर रेल पुलिस तैनात
रेल आंदोलनकारियों द्वारा काला दिवस मनाने की सूचना पर रेल पुलिस रेस हो गयी। कतरासगढ स्टेशन परिसर में भारी संख्या में RPF जवान को तैनात कर दिया गया था। लेकिन रेल आंदोलनकारियों के शांतिपूर्ण कार्यक्रम को देख शांत पड़ गये। रेल इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर जवान को तैनात किया गया था