सिद्धि, प्रसिद्धि, समृद्धि के लिये इस नवरात्रि में रोज रात 30 मिनट यह मंत्र जपें ..”ॐ क्लीं देहीं सौभाग्यं आरोग्य देहीं में परमं सुखम रूपम देहीं जयम देही यशो देहीं द्विषो जाहि क्लीं नमः इस नवरात्रि में देवी माँ से सिद्धि, प्रसिद्धि, समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें । आज ही से मन ही मन माँ भगवती के बारे सोचना शुरू कर दें और अपनी सुख समृद्धि की कामना सोचना शुरू कर दें।
इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार 15 अक्टूबर 2023 से होगी। 23 अक्टूबर 2023 को नवरात्रि समाप्त होगी।24 अक्टूबर विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा।
घट कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त..
घटस्थापना तिथि: रविवार 15 अक्टूबर 2023
घटस्थापना मुहूर्त: प्रातः 06:30 मिनट से प्रातः 08:47 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त:. सुबह 11:44 मिनट से दोपहर 12:30 मिनट तक (अभिजित मुहूर्त में देवी की स्थापना सबसे शुभ मानी जाती है)।
ऐसे में स्थापना के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त इस साल अभिजित मुहूर्त में इन 46 मिनट का रहेगा।
ऐसे करें कलश की स्थापना…
घटस्थापना के लिए मिट्टी में सात प्रकार के अनाज बोए जाते हैं। उसके ऊपर कलश की स्थापना करें। कलश में जल भरें। इसमें गंगाजल भी मिलाएं। कलश पर कलावा बांधें।कलश के मुख पर आम या अशोक के पत्ते रख दें। फिर जटा नारियल को कलावा को बांध दें। लाल कपड़े में नारियल को लपेट कर कलश के ऊपर रखें।
चैत्र नवरात्रि की तिथियां और मां के स्वरूपों के नाम..
15 अक्टूबर 2023 – मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि
16 अक्टूबर 2023 – मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीया तिथि
17 अक्टूबर 2023 – मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि
18 अक्टूबर 2023 – मां कुष्मांडा (चौथा दिन) चतुर्थी तिथि
19 अक्टूबर 2023 – मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि
20 अक्टूबर 2023 – मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि
21 अक्टूबर 2023 – मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि
22 अक्टूबर 2023 – मां महागौरी (आठवां दिन) दुर्गा अष्टमी
23 अक्टूबर 2023 – महानवमी मां सिद्धदात्री (नौवां दिन) शरद नवरात्र व्रत पारण
24 अक्टूबर 2023 – मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन,
दशमी तिथि (दशहरा)
शस्त्र पूजन –लेख निरंजन कुमार की