कतरास : मधुबन थाना क्षेत्र के महेशपुर निवासी मंटू रजक का आज सुबह इलाज के दौरान मृत्यु हो गई । मंटू रजक का इलाज रिम्स अस्पताल रांची में चल रहा था। बता दें कि 21 जुलाई 2024 को अपने घर लौट रहे मंटू रजक का राजगंज महुदा फोर लेन सडक सिनीडीह के पास चार पहिया वाहन अनियंत्रित होकर सड़क पर ही गिरकर वह बुरी तरह घायल हो गया था। आनन फानन में मंटू रजक को कतरास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां स्थिति नहीं सुधारते देख डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर कर दिया गया था। बाद में स्थिति और बिगड़ती देख हुए बोकारो से भी रिम्स अस्पताल रांची भर्ती करवाया गया था जहां इलाज के दौरान 1 अगस्त गुरुवार को उसकी मृत्यु हो गई। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव को अस्पताल प्रबंधन ने मंटू रजक के परिजनों को सौंप दिया है। 23 जुलाई को मृतक मंटू रजक की पत्नी राधा देवी ने मधुबन थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी । प्राथमिकी दर्ज होने के लगभग नौ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस वाहन मालिक तक नही पहुंच पाई । जिससे आक्रोशित लोगों ने घंटो एनएच 32 को जाम कर मुआवजे की मांग करने लगे। ग्रामीणों को आक्रोशित देख महुदा पुलिस इंस्पेक्टर ममता कुमारी, धमार्बांध पुलिस पहुंच जाम छुड़वाया। लोग पुलिस प्रशासन के रवैए से काफी नाराज है। मंटू रजक मूलत: पिंड्रजोड थाना सिंगुलिया का रहने वाला था और आईसीआईसीआई बैंक में एटीएम गार्ड था अपने पीछे दो बेटी और एक बेटा छोड़ गया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। खबर लिखे जाने तक मधुबन थाना में परिजनों के साथ वार्ता चल रही है।
Follow Up: सड़क दुर्घटना में घायल मंटू रजक की इलाज के दौरान मौत, परिवारजनों के चीख-पुकार से गमगीन हुआ माहोल
