
JHARIA | झरिया (वार्ता संभव): झरिया एकेडमी में झरिया में समावेशी शिक्षा झरिया रिसोर्स सेंटर के तत्वावधान में राष्ट्रीय दृष्टिविहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को प्रखण्ड के सभी विद्यालयों के बच्चों का दृष्टि परीक्षण हेतु शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। सभी विद्यालयों के लिए स्लेनेल चार्ट एवं स्क्रीनिंग रिकॉर्ड शीट प्रदान किया गया। जाँच में दृष्टि दोष पाए जाने पर विद्यार्थियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से चश्मा निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। रिसोर्स टीचर अखलाक अहमद ने कहा कि बदलते मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अतः आँखों का देखभाल जरूरी है। छात्रों की नेत्रदृष्टि ठीक है अथवा परीक्षण जरूरी है। इसके लिए दृष्टि सर्वेक्षण किया जा रहा है। फ़िज़ियोथेरेपिस्ट डॉ मनोज सिंह ने कहा कि दृष्टि जीवन की अनमोल धरोहर है। इसकी सुरक्षा के लिए समय पर जाँच जरूरी है। यदि कोई बच्चा नजदीक से पढ़ता है या पढ़ने के बाद सरदर्द का शिकायत करता है तो आँख जाँच जरूरी है। चौबीस घंटे आई केयर झरिया के संचालक डॉ दिलीप कुमार ने कहा कि बच्चे को 20 फुट की दूरी पर खड़ा करके एक ऑंख ढककर स्लेनेल चार्ट में ई का सिरा किस ओर खुलते हैं संकेत से पूछें। यदि सही नही बता पाया तो बच्चे में दृष्टिदोष है । उन्होंने कहा कि इसके लिए उपयुक्त स्थान व प्रकाश जरूरी है। कार्यक्रम में डॉ मनोज सिंह, अखलाक अहमद, डॉ दिलीप कुमार, प्रधान शिक्षक उमेश नारायण, ब्रजेश कुमार, सोनू स्वर्णकार, प्रेमलता, ज्वाला प्रसाद गुप्ता, सतीस सिंह, उमाशंकर पाण्डे, गौर रविदास, अनवर हुसैन, राणा प्रताप सिंह, वरुण झा, राजदीप पाण्डे सहित सभी विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिका उपस्थित थे।
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