
KATRAS | सीटू नेता एवं अखिल भारतीय कोयला मजदूर फेडेरेशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉ वासुदेव आचार्या के निधन से देश ने महान् नेता एवं ईमानदार राजनेता खो दिया है। कोयला मजदूर, मेहनतकश अवाम के लिए सड़क से सांसद तक लड़ते थे। वासु दा 9वीं बार लोकसभा सदस्य रहे और अपने दल माकपा के संसदीय दल के उपनेता बनकर मजदूर किसानों का एतिहासिक काम करते रहें हैं। वासुदेव आचार्या का कतरास से गहरा संबंध था अनेक आंदोलन में शामिल हुए और मार्गदर्शन किए है।डीसी रेल लाईन आंदोलन में भी वासु दा का मार्गदर्शन मिला है। रामकनाली कोलियरी में वासुदेव आचार्या,बिनोद बाबू और बक्शी दा ने सभा एवं रहकर ग्रामीणों का रक्षा किए थे।केशलपुर बस्ती के ग्रामीणों का घर और दूकान डोजरिंग कर ढाह रहा था वासु दा के आने के बाद डोजरिंग रूका। धनबाद में वासुदेव दा का कार्यक्रम बराबर हुआ करता था तथा उनसे सलाह लेने हमलोग उनके पास चलें जाते थे। वासुदेव आचार्या को हम मजदूर कभी नहीं भुला सकते हैं मजदूर आंदोलन में उनका अहम योगदान है। आज लग रहा है कि हम मजदूर अभिभावक विहीन हो गये है? वासु दा जीएनएम हाई स्कूल में आयें थें और आम सभा किए थे। झरिया में वासु दा शिक्षा ग्रहण किए हैं छात्र जीवन से अंतिम तक वासुदेव आचार्या धनबाद कोयलांचल का नेता एवं आंदोलनकारी बनकर रह गए। कॉ.वासुदेव आचार्या को शत् शत् नमन,भावभीनी श्रद्धांजलि एवं लाल सलाम। वासु दा अमर रहें! राजेन्द्र प्रसाद राजा-सचिव, सीटू झारखंड राज्य कमेटी